Gurugram School Fees Shocking News: बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए पेरेंट्स हरसंभव प्रयास करते है। लेकिन निजी शैक्षणिक संस्थानों की आसमान छूती कीमतें अभिभावकों के लिए सरदर्द बन चुकी है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है दिल्ली के गुरुग्राम से, जिसे जानने के बाद आप भी यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि, असल में शिक्षा जरूरी है या फिर यह सिर्फ एक व्यापार बनकर रह गई है। चलिये जानते है क्या है पूरा मामला-
दरअसल, गुरुग्राम के एक रियल एस्टेट कंसल्टेंट उदित भंडारी ने अपने बेटे की स्कूल फीस को लेकर शिकायत दर्ज करवाई है। उसका कहना है कि, उसके बेटे की स्कूल फीस हर साल 10 प्रतिशत तक बढ़ती जा रही है, जोकि बहुत अधिक है। उदित भंडारी ने स्कूल प्रशासन द्वारा बिना किसी वाजिब वजह प्रतिवर्ष फीस बढ़ोतरी के मामले को उजागर किया। उन्होंने यह पूरा मामला सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट किया है, जिसके बाद इस पर बहस छिड़ गई है।
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भंडारी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, जब वह इस मामले में स्कूल वालों के खिलाफ आवाज उठाते है तो वे दूसरे स्कूल ढूंढने की सलाह दे देते हैं। भंडारी लिखते है कि, उनका बेटा गुरुग्राम के एक नामी सीबीएसई स्कूल की तीसरी कक्षा में पढ़ता है। वहां उसकी फीस हर महीने 30,000 रुपये है। ऐसे में यदि स्कूल के हर वर्ष 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने के नियम से देखे तो उनके बच्चे को 12वीं कक्षा तक पहुंचने पर उन्हें हर साल करीब 9 लाख रुपये फीस चुकानी पड़ेगी।
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उदित भंडारी के इस पूरे मामले पर अब सोशल मीडिया पर कई लोग उनके समर्थन में उतर गए है। लोग भंडारी की परेशानी से जोड़कर अपनी-अपनी व्यथा बता रहे है। अन्य लोग लिख रहे है कि, बड़े निजी स्कूल हर साल ड्रेस और जूते भी बदलवाते हैं ताकि कोई पुराने इस्तेमाल ना कर सके, यह सरासर गलत है।
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