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किसानों को मालामाल कर देती है काली मक्का की खेती, 200 रूपये में बिकता है एक भुट्टा

जयपुर। Kali Makka Ki Kheti : भारतीय किसान अब खेती के मामले में काफी जागरूक हो चुके हैं और वैज्ञानिक तरीकों से कई तरह की खेती कर रहे हैं, जिससें उनकी आय बढ़ रही है। ऐसी ही एक फसल है काली मक्का, जिसकी खेती करने से किसानों की किस्मत तुरंत चमक सकती है। किसान यदि पीली व सफेद मक्का की बजाए काली मक्का की खेती करे तो उन्हें कई गुना अधिक मुनाफा हो सकती है। ऐसा इसलिए की काली मक्का की कीमत (Black Maize Price) मार्केट में बहुत ज्यादा होती है। काली मक्का के एक भुट्टे की कीमत ही 200 रूपये तक होती है। ऐसे में आइए जानते हैं काली मक्का की खेती करके किसान कैसे मालामाल हो सकते हैं।

खाने में स्वादिष्ट होती है काली मक्का

दुनिया में कई देशों में काली मक्का की खेती की जाती है। काली मक्का के भुट्टों को देखने पर इसके दाने बिल्कुल काले व चमकीले दिखते हैं। सबसे खास बात ये है कि काली मक्का का दाना पीली व सफेद मक्का से ज्यादा स्वादिष्ट होता है। ब्लैक कॉर्न स्वादिष्ट होने के साथ ही पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है जिसें खाना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है।

काली मक्का के भुट्टे की खासियत

काली मक्का के पौधे (Kali Makka Ka Podha) के पत्ते हल्के बैंगनी रंग के व 3 मीटर तक लम्बे होते हैं। जबकि, काली मक्का का भुट्टा 20 सेंटीमीटर तक लंबा हो सकता है। इसके पौधे में जैसे ही दाने आने लगते हैं तो वो काले पड़ने लगते हैं। काली मक्का के भुट्टे एक तरल पदार्थ छोड़ते हैं, जिससे उन पर दाग पड़ जाते हैं। वहीं, इसके पौध की पत्तियों को हाथ से हटाने पर उंगलियाँ बैंगनी रंग की हो जाती हैं। काली मक्का में स्टार्च भरपूर मात्रा में होता है।

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काली मक्का की खेती

काली मक्का की खेती (Black Corn Farming) दुनिया में कुछ ही जगहों पर की जाती है। पेरू वह देश है जहां काली मक्का की खेती दुनिया में सबसे अधिक की जाती है। इस देश में इसको मेज़ मोरडो नाम से जाना जाता है। वहीं, अमेरिका और ब्रिटेन में इसको ब्लैक मैक्सिकन कॉर्न कहते हैं। काली मक्का के पौध को बढ़ने के लिए अत्यधिक गर्म मौसम की आवश्यकता होती है। वहीं, फल लगने के बाद इसे अधिक पानी की आवश्यकता होती है। इस वजह से भारत में काली मक्का की खेती आसानी से की जा सकती है क्योंकि यहां पर बारिश अच्छी होती है।

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Anil Jangid

Anil Jangid डिजिटल कंटेट क्रिएटर के तौर पर 13 साल से अधिक समय का अनुभव रखते हैं। 10 साल से ज्यादा समय डिजिटल कंटेंट क्रिएटर के तौर राजस्थान पत्रिका, 3 साल से ज्यादा cardekho.com में दे चुके हैं। अब Morningnewsindia.com और Morningnewsindia.in के लिए डिजिटल विभाग संभाल रहे हैं।

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