Categories: कारोबार

मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर तो अनिल कंगाल, जानिए कैसे डूबा उनका बिजनेस

जयपुर।  धीरू भाई अंबानी के दोनों बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच जब रिलायंस कंपनी का बंटवारा हुआ तो अनिल अंबानी के को रिलायंस इंफोकॉम मिली थी। जबकि, मुकेश अंबानी के हिस्से में पेट्रोकैमिकल आई। दोनों को बराबर की हिस्सेदारी मिली, लेकिन आज के समय में मुकेश भाई एशिया का सबसे अमीर उद्योपति है तो अनिल अपनी दिवालिया कंपनियों के कर्ज का बोझ उठा रहे हैं। एक समय था जब अनिल अंबानी दुनिया के छठे सबसे अमीर उद्योगपति थे, लेकिन आज वो दिवालिया हो चुके हैं। 

अब 54 साल तक चुकाना होगा होम लोन, जानिए बढ़े ब्याज ने कैसे किया खेला

 

अंबानी करीब 49 बार डिफॉल्टर
आपको बता दें कि बैंकों के भारी भरकम बोझ तले दबे अनिल अंबानी करीब 49 बार डिफॉल्टर बन चुके हैं। ​कंपनी के बंटवारे बाद के कुछ सालों तक ठीक चलता रहा, लेकिन फिर अनिल अंबानी बर्बादी की राह पर चल पड़े। अनिल अंबानी की आरकॉम दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई। कंपनी पर कर्ज बढ़ने लगा। आज अनिल अंबानी की उस गलती की बात करते हैं, जिसकी वजह से वो इस हालात में पहुंच गए।

बफे के पांच मंत्र माने तो बिजनेस चलेगा चकाचक

​खुद की गलतियों से डूबी कंपनी
अनिल अंबानी को नए जमाने की कंपनियां मिली थी लेकिन वो संभाल नहीं पाए। हालत ऐसी हो गई कि उन्हें कर्ज चुकाने के लिए भी कर्ज लेना पड़ा। कर्ज का ये दर्द उस वक्त और भारी हो गया, जब आरकॉम और एयरसेल के विलय में असफलता मिली। 2016 में आरकॉम और एयरसेल का विलय विफल रहा। बंटवारे के बाद अनिल अंबानी को रिलायंस की प्रॉफिट और ग्रोथ देने वाली कंपनियां मिली थी। बावजूद वो उसे बढ़ाना तो दूर, उसे बचा तक नहीं सके। अंबानी के पतन के पीछे उनकी गलतियां हैं। अनिल अंबानी एक कारोबार से दूसरे कारोबार में कूदते जा रहे थे, लेकिन क्रियान्वयन की खामियों के कारण उनका पैसा उन कारबारों में फंसता चला गया। अनिल नए प्रोजेक्ट में पैसा लगाते जा रहे थे। इस वजह से उनपर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा था। कर्ज अब कंट्रोल से बाहर हो रहा था। साल 2019 तक अनिल अंबानी की कंपनियों पर कर्ज का कुल बोझ 1.73 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था ।

आपको लखपति बना देगी ये Post Office Scheme, 50 रूपये लगाने पर मिलेंगे पूरे 35 लाख

 

अनिल अंबानी की कंपनियां कभी सफलता के चरम पर पहुंच गई थी। साल 2008 में अनिल अंबानी की कंपनियों का मार्केट वैल्यू 4 लाख करोड़ रुपये के पार हो चुका था। लेकिन 2019 में ये वैल्यू गिरकर मात्र 2391 करोड़ रुपये रह गई। अनिल अंबानी बैंकों के कर्ज के बोझ तले दबे जा रहे थे। जो अनिल 10 साल पहले तक दुनिया के अमीर उद्योगपतियों में से एक थे, अब वो कंगाली के कगार पर पहुंच चुके थे। कंपनी से खुद ही दिवालियापन के रास्ते पर चलने का फैसला किया। रिलायंस कम्युनिकेशंस यानी RCom ने खुद को दिवालिया करार दिया।

रेलवे फ्री में दे रहा ये 3 सर्विस, आप चुपके से उठा सकते हैं फायदा, जानिए कैसे

ये है ​मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी में अंतर​
2008 में अनिल अंबानी 45 अरब डॉलर के साथ दुनिया के छठें सबसे अमीर उद्योगपति थे, लेकिन 2019 में वो फोर्ब्स की सूची में भारत में भी 70वें नंबर से बाहर है। दुनिया के अरबपतियों में उनका नंबर 1349वें नंबर पर था। अनिल अंबानी के पास 1.7 अरब की डॉलर बची। अनिल अंबानी अपनी गलतियों से सब गंवा बैठे। साल 2019 में जब अनिल अंबानी के पास 1.7 अरब डॉलर की संपत्ति बची थी। उस वक्त मुकेश अंबानी के पास 50 अरब डॉलर थी। मुकेश अंबानी आज दुनिया से टॉप 10 अमीरों में शामिल है। मुकेश के पास 85 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति है। वहीं, अनिल आज दिवालिया हो चुके हैं।

Anil Jangid

Anil Jangid डिजिटल कंटेट क्रिएटर के तौर पर 13 साल से अधिक समय का अनुभव रखते हैं। 10 साल से ज्यादा समय डिजिटल कंटेंट क्रिएटर के तौर राजस्थान पत्रिका, 3 साल से ज्यादा cardekho.com में दे चुके हैं। अब Morningnewsindia.com और Morningnewsindia.in के लिए डिजिटल विभाग संभाल रहे हैं।

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 सप्ताह ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 सप्ताह ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

3 सप्ताह ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

3 सप्ताह ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

3 सप्ताह ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

3 सप्ताह ago