भारत

Kabar Facts : मुख्तार अंसारी को कैसी कब्र में दफनाया जाएगा, पढ़िए कब्रों से रिलेटेड ऐसी रोचक बातें जो कहीं नहीं मिलेंगी

जयपुर। Kabar Facts मा​फिया, डॉन और दिग्गज राजनेता मुख्तार अंसारी की उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में कार्डियक अरेस्ट आने के कारण गुरुवार (28 मार्च) रात को मौत हो गई। उसको उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां, 9 डॉक्टरों ने इलाज किया। हालांकि मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। शुक्रवार को 3 डॉक्टरों के पैनल समेत 5 लोगों की टीम ने उसका पोस्टमॉर्टम किया जो दोपहर 1.30 बजे तक चला। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी की मौत का कारण हार्ट अटैक बताई गई है। अब उसका मुख्तार अंसारी का शव परिजन को सौंपा जाएगा और फिर उसें सड़क के रास्ते पुश्तैनी घर गाजीपुर लाया जाएगा। मुख्तार अंसारी को शनिवार को काली बाग कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। हालांकि, इससें पहले मुख्तार अंसारी की कब्र खुदाई कार्यक्रम शुरू हो गई है। ऐसे में आइए जानते हैं कब्रों संबंधित कुछ रोचक बातें (Islamic Kabar Facts) जो कई लोगों को नहीं पता होती।

कब्र का सामान्य आकार कितना होता है? (Kabar Size)

सामान्यतौर पर कब्र मुस्लिमों की कब्र को लेकर नियम (Islamic Kabar Facts) है कि उसकी गहराई लगभग एक औसत व्यक्ति के आकार के बराबर होनी चाहिए। मुर्दे के शव को पास के ही कब्रिस्तान में दफनाया जाना चाहिए।

कब्र की गहराई कितनी होती है? (Kabar Ki Gahrai)

सामान्यतया अधिकांश कब्रें 6 फीट गहरी होती हैं। हालांकि, कई कब्रें 4 फीट गहरी होती है। यह इतनी गहरी होती है यह इतनी गहरी होती है कि बाढ़ के दौरान कब्र में रखे ताबूत को सतह पर आने से रोका जा सके।

यह भी पढ़ें: रोजे में क्या नहीं करना चाहिए

कब्र 6 फीट गहरी क्यों होती है? (Kabar 6 Feet Deep)

शवों को चोरी से रोकने के लिए 6 फीट गहराई में भी दफनाया जाता है। इसके अलावा शवों को लेकर यह भी चिंता रहती है जानवर कब्रों को खोदकर शव खा जाते हैं इस वजह से शव को 6 फीट गहराई में दफनाना जानवरों को सड़ते शवों की गंध को रोकने का एक तरीका है। 6 फीट गहराई में दफनाया गया शव जुताई जैसी आकस्मिक गड़बड़ी से भी सुरक्षित रहता है।

डबल कब्र किस आकार की होती है? (Double Size Kabar)

आपको बता दें कि मुर्दों को दफनाने के लिए डबल कब्र भी होती है। एक दोहरे भूखंड का आकार 2.75 मीटर (9 फीट) लंबा और 2.5 मीटर (8 फीट) चौड़ा है। एक प्लॉट 2.75 मीटर (9 फीट) लंबा और 1.25 मीटर (4 फीट) चौड़ा है। कब्रिस्तान का रजिस्ट्रार क​ब्र बनाने में लोगों की मदद करता है।

एक औसत क़ब्र का पत्थर कितना बड़ा होता है? (Kabar Ka Patthar)

एकल कब्रों के लिए पत्थार का मानक आकार आमतौर पर 24 गुणा 12, 28 गुणा 16, या 18 गुणा 24 इंच होते हैं। जबकि, साथी कब्रों के लिए मानक आकार आमतौर पर 36 गुणा 18 इंच या 44 गुणा 14 इंच होते हैं। सुनिश्चित करें कि आपके क़ब्र के पत्थर का आकार उस सीमा के भीतर है जिसकी अनुमति आपका कब्रिस्तान देता है।

कब्र खोदने में कितना समय लगता है? (Kabar Khodne me kitna time lagta hai)

कब्र खोदना एक कठिन कार्य है। एक मानव आकार की कब्र खोदने में लगभग 8 से 10 घंटे लग सकते हैं। हालांकि, आधुनिक औजारों से अब 4 से 5 घंटे में कब्र खोद सकते हैं।

क्या बारिश में कब्र खोद सकते हैं? (Baris me kabar khod sakte hai ya nahi)

बारिश में कब्र खोदना काफी कठिन कार्य है, हालांकि खोदने में कोई समस्या नहीं। बारिश के मौसम में कब्र खोदते समय पानी में नमी मिले तो खुद बंद कर दें और 2-3 घंटे प्रतीक्षा करें। मिट्टी से पानी निकलते ही फिर खुदाई करें।

यह भी पढ़ें: ध्रुवीय देशों में रमजान कैसे मनाते हैं

रात को कब्रिस्तान क्यों नहीं जाना चाहिए? (Ram Ko Kabristan kyo nahi jana chahiye)

माना जाता है कि रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में बुरी आत्माएं और भूत-प्रेत रहते हैं। यह भी माना जाता है कि लोग यदि रात में इन स्थानों के पास से गुजरते हैं, तो इन आत्माओं का सामना कर सकते हैं या उनका शिकार हो सकते हैं। यह डर और अंधविश्वास पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों में फैलता रहा है।

विश्व का सबसे बड़ा कब्रिस्तान कौन सा है? (World Largest Kabristan)

दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान इराक के नजफ (नजाफ) शहर में स्थित है, जिसका नाम वादी अल-सलम (वादी अल-सलाम) है। यहां दूर-दूर तक सिर्फ कब्र-ही-कब्र दिखती हैं. World’s Biggest Cemetery: इंसान जन्म लेता है और फिर मर जाता है। यह दोनों ही पहलू जीवन की सच्चाई है, जिसे बदला नहीं जा सकता।

सबसे ज्यादा कब्रिस्तान किस शहर में है? (Largest Kabristan City in world)

सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में कोलमा, सीए शहर को “आत्माओं का शहर” के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह साइप्रस लॉन फ्यूनरल होम और मेमोरियल पार्क सहित कई कब्रिस्तानों का घर है। कहा जाता है कि लगभग 1.5 मिलियन “आत्माएं” कोलमा में रहती हैं, जिसे आधिकारिक तौर पर 1924 में एक क़ब्रिस्तान के रूप में स्थापित किया गया था।

Anil Jangid

Anil Jangid डिजिटल कंटेट क्रिएटर के तौर पर 13 साल से अधिक समय का अनुभव रखते हैं। 10 साल से ज्यादा समय डिजिटल कंटेंट क्रिएटर के तौर राजस्थान पत्रिका, 3 साल से ज्यादा cardekho.com में दे चुके हैं। अब Morningnewsindia.com और Morningnewsindia.in के लिए डिजिटल विभाग संभाल रहे हैं।

Share
Published by
Anil Jangid

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 सप्ताह ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 सप्ताह ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

3 सप्ताह ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

3 सप्ताह ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

3 सप्ताह ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

3 सप्ताह ago