NEET result scandal: NEET एक्जाम का रिजल्ट इन दिनों चर्चा से ज्यादा घमासान का कारण बना हुआ है। इसमें टॉपर, सेंटर रिजल्ट डेट और ग्रेस मार्क्स सभी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। तो सवाल उठता है 24 लाख बच्चों का आखिर किस कारण से रिजल्ट जल्दी दिया गया। पहली बार देश की कठिनतम परीक्षाओं में आने वाली नीट में 60 से ज्यादा टॉपर आए।
इन दिनों सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी नीट परीक्षा रद्द करो, नीट स्कैम, नीट रिजल्ट फिर से जारी करने जैसे हैश टैग का अभियान चला रहे हैं। एनटीए इन सब बातों से यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि परीक्षा और उसके रिजल्ट में कोई गड़बड़ नहीं हुई। यही नहीं एनसीईआरटी टेक्स्ट बुक और ग्रेस मार्क्स देने से भी टॉपरों की संख्या बढ़ गई है।
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नीट परीक्षा में पहले जहां एक दो टॉपर आया करते थे। वहीं इस साल 67 छात्रों के 720 में से 720 अंक आए हैं। कटऑफ का अचानक से आसमान को छूने लगी यही बात अभ्यर्थियों और उनके परिवार वालों को हजम नहीं हो रही। एनटीए इसपर सफाई दे रहा है, जो सभी को सही नहीं लग रहा। नीट अभ्यर्थियों का आरोप है, कि पेपर लीक होने की वजह से रैंक और नंबरों पर प्रभाव पड़ा है।
1 सेंटरों पर टाइम लॉस क्यों हुआ और किस आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए गए।
2 एक ही सेंटर से छह टॉपर कैसे हो सकते हैं। ये सेंटर हरियाणा में है।
3 एक सीरीज तो ऐसी बताई जा रही है, जहां 8 स्टूडेंट्स के रोल नंबर एक सीरीज के ही हैं। 62 से 69 नंबर तक के 8 स्टूडेंट्स में से 6 स्टूडेंट्स रैंक 1 लाने वाले हैं। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी और एक्सपर्ट्स इस पर भी पारदर्शिता के सवाल उठा रहे हैं। इन 8 में से 6 स्टूडेंट्स के 720 में से 720 अंक आए हैं। व दो के 718, 719 नंबर आए हैं।
4 एनटीए से सवाल है कि कितने स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स मिले। किसे कितने कितने मार्क्स मिले। बिना ग्रेस मार्क्स के ऑरिजनल मेरिट लिस्ट जारी की जानी चाहिए।
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5 ग्रेस पॉलिसी को क्यों किस आधार पर लागू किया गया है।
6 लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन नीट परीक्षा का रिजल्ट क्यों जारी हुआ। जब इसे 10 दिन बाद जारी करना था।
7 एनटीए नॉर्मलाइजेशन के फॉर्मूलर पर स्पष्टीकरण दे और आधार बताए।
8 718 और 719 मार्क्स आ ही कैसे सकते हैं। स्टूडेंट्स ने तर्क है कि नीट का पेपर 720 नंबर का होता है। हर सवाल के चार नंबर होते हैं। गलत उत्तर देने पर एक नंबर की नेगेटिव मार्किंग होती है। छात्र सभी सवाल सही करे तो 720 में से 720 नंबर आते हैं। वहीं यदि एक सवाल भी छोड़ दे तो 716 अंक आते हैं। एक सवाल गलत होने पर 715 अंक रह जाएंगे। ऐसे में कुछ छात्रों के 718 व 719 नंबर कैसे आए।
9. नीट पॉलिसी रिजल्ट के समय क्यों बदली गई। जब इसका नोटिफिकेशन में कोई जिक्र नहीं था।
10. कौनसे सेंटर्स पर टाइम लॉस हुआ। क्यों और कैसे।
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