Nitish Kumar vs Tej Pratap : नितीश कुमार के सीएम पद से इस्तीफा देने और राजद के साथ गठबंधन तोड़ने के साथ ही बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया हैं। नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक करियर में कुल 8वीं बार मुख्यमंत्री की कुर्सी को आगे से छोड़ा है। अब वह नवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। ये वही नितीश कुमार है, जिन्हें विपक्षी गठबंधन INDIA का संयोजक बनाने की चर्चा में सबसे आगे रखा गया। नितीश ही थे, जिन्होंने विपक्ष को एकजुट किया।
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ऐसे में अब नितीश कुमार ने न सिर्फ बिहार में राजद का साथ छोड़ा है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर बने इंडिया गठबंधन का भी साथ छोड़ दिया है। नितीश कुमार के इस तरह बार-बार दलबदल करने से दुनियाभर के राजनीतिक समीक्षक भी हैरान हैं। लोगों का भी कहना है कि नितीश कुमार सिर्फ सत्ता के लिए जीते है।
नितीश कुमार तीसरी बार बिहार में भाजपा की मदद से सरकार बनाने जा रहे हैं। बिहार विधानसभा में भाजपा के 78, जदयू के 45 और हम के 4 विधायक हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में तीनों दलों को मिलाकर यह आंकड़ा 127 होता है, जो बहुमत के 122 के आंकड़े से पांच ज्यादा है। इसी के साथ पिछले विधानसभा चुनावों में सर्वाधिक सीट हासिल करने वाली लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की पार्टी राजद (RJD) सत्ता से बेदखल हो चुकी है।
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जब भाव न जागा भावों में,
उस भावों का कोई भाव नहीं,
ऐसी भावों का कोई स्थान नहीं,
जिनका भाव नहीं अपनों की भावों में,
कहाँ रखी है भाव तेरी, जिनका ख़्याल तेरी भावों में,
बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में,
अपनों के भावों का क्या हुआ।
तेरा अंत होगा और अंत होगा तेरी भावों का, कोई स्थान नहीं होगा तेरा, जब बात होगी तेरी भावों का॥
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