भारत

Ramzan me Zakat : रमजान में मुस्लिमों के लिए ये है जकात का नियम, जानिए किसें और कितनी दें

Ramzan me Zakat : पूरी दुनिया में इस समय माहे रमजान का मुबारक महीना चल रहा है। मुस्लिम भाई रोजा रखने और नमाज ओ तिलावत के साथ ही ज़कात भी अदा करते हैं। इस्लाम में अमीरी-गरीबी का फासला मिटाने के लिए जकात फर्ज की गई। नबी ए करीम के अनुसार वह मुसलमान जो कि साहिबे निसाब यानी गरीब नहीं है, उसे अपनी कुल कमाई का 2.5 प्रतिशत हिस्सा जकात यानी की दान करना होता है। लेकिन कई मुस्लिम जकात को लेकर असमंजस की स्थिति में रहते है कि हम पर कितनी जकात बनती है और किसे जकात देनी चाहिए। तो हम आपकी मदद के लिए हाजिर है। इस Ramzan me Zakat कितनी देनी है और किसे देनी है ये हम आपको बता रहे हैं। इस अहम मालूमात को औरों तक जरूर पहुंचाएं। हमें इसी तरह अपनी पुरनूर दुआओं में शरीक रखें।

यह भी पढ़ें:Morning News Epaper Jaipur : मॉर्निंग न्यूज ताजा खबरें आज की

जकात क्या है (Ramzan me Zakat) ?

रमजान में रोजा रखना, नमाज और कुरान इबादत करना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी जकात अदा करना भी है। ज़कात का मतलब है कि संपन्न मुस्लिम बंधु अपनी कमाई का कुछ हिस्सा गरीबों को दान करते हैं। इस सिस्टम यानी निजाम से अमीरी-गरीबी का फासला कम किया जा सकता है। जकात हर उस मुसलमान का फर्ज है, जिसके पास साढ़े 52 तोला चांदी या साढ़े सात तोला सोना रखा है, यानी एक साल गुजर गया हो और इतनी कीमत के जेवरात या कैश आपके पास रखा हो तो उस पर 2.5 फीसदी जकात लगती है।

कितनी जकात लगेगी?

जकात कुल कमाई का ढाई प्रतिशत होती है। मिसाल के तौर पर किसी के पास एक साल गुजर जाने के बाद 25,000 रुपये रखे हैं तो उस पर जकात होगी महज बीस हजार का 2.5 फीसद यानी के 625 रूपये दान करने है। कितना आसान और सरल उपाय है इस्लाम में गरीबी दूर करने का। लेकिन ज्यादातर मुस्लिम इल्म की कमी से जकात नहीं देते हैं।

गोपनीय तरीके से करें अदा

रमजान में इस दान को दो तरह से दिया जाता है, जिनको फितरा और जकात कहते हैं। चूंकि हर बंदे का अपना जमीर और खुद्दारी होती है। इसीलिए जकात देने वाला और लेने वाला दोनों गोपनीय तरीके से लेनदेन कर ले। क्योंकि आर्थिक रूप से कमजोर जकात लेने वाले व्यक्ति को ये एहसास नहीं होना चाहिए कि उसे सार्वजनिक रूप से जकात देकर बेइज्जत या जलील किया जा रहा है। इस्लाम में दान पुण्य के नाम पर होने वाले दिखावे पर सख्त पाबंदी है।

यह भी पढ़ें:Ramadan in Jaipur: जयपुर में रमजान के महीने में क्या कुछ होता है, मुस्लिम बंधु जान लें!

जकात से क्या फायदा है?

रमजान के महीने में जकात देने से माल पाकीजा हो जाता है। जकात देने से घर में बरकत आती है, और बंदे की सेहत सही रहती है। किसी बला मुसबीत को अल्लाह टाल देते हैं। गरीबों के लिए जकात का माल खुशियां लेकर आता है। वह भी अपनी जिंदगी को एक अच्छे स्तर पर जी पाते हैं। जो बंदा जकात नहीं देता है, कयामत के दिन उसका माल उसी के गले की फांस बनेगा। उसको वही सोने चांदी के जेवरात गर्म करके पहनाए जाएंगे। इसीलिए समय पर माल को स्वच्छ करते रहे।

फितरा क्या है?

फितरा हर मुसलमान को देना वाजिब है, जिसे रमज़ान के महीने में ईद से पहले अदा करना जरूरी है। ईद का नाम ईदुल फित्र इसीलिए होता है। क्योंकि इस ईद पर फित्रा दिया जाता है। 1 किलो 633 ग्राम गेहूं या 1 किलो गेहूं की कीमत किसी गरीब को देना फितरा कहलाता है। यह हर उस इंसान को देनी होती है, जो आर्थिक रूप से मजबूत है यानी साहिबे निसाब हो।

Morning News India

Share
Published by
Morning News India
Tags: 2.5 फीसदी हिस्सा किसी गरीब या जरूरतमंद को दियाBHARAT me zakat kaisejaipur me zakat kaise deJaipur Sehri Iftar Time 2024morning news india ramadanNazar ki DuaNazar ki Dua Hindinazre bad ki dua in hindiramzan me zakat denaramzan me zakat hindiwhat is zakat in islamwhat is zakat in ramadanwho is eligible for zakatzakat calculatorzakat chart in indian rupeeszakat kaise ada karenअरब देशों में जकातकमाई का 2.5% हिस्सा जकात में देना जरूरीजकात कर किसने लगायाजकात कितना निकलना चाहिएजकात किस पर फर्ज हैज़कात कैलकुलेटरज़कात क्या हैजकात रमजान में कितनीजयपुर इफ्तार सेहरी टाइमजयपुर में रमजानजयपुर रमजान जकातदुबई रमजाननजर उतारने का इस्लामी तरीकाभारत में जकातभारत में रमजानरमज़ान में ज़कात और फितरा देने का महत्वरमजान में बीवी को चूमनारमजान में हमबिस्तरीसाढ़े 52 तोला चांदी या साढ़े सात तोला सोनासाहिबे निसाब जकात रमजान

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 महीना ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 महीना ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

2 महीना ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

2 महीना ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

2 महीना ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

2 महीना ago