भारत

Shabe Qadr me 4 Log : शबे कद्र में इन 4 लोगों को नहीं मिलेगी माफी, कौन हैं वो बदनसीब जान लें

Shabe Qadr me 4 Log : रमजान के आखिरे अशरे में शबे कद्र का दौर चल रहा है। जिस रात को कुरान मजीद में लैलतुल कद्र कहा गया है। कलाम पाक इसी मुकद्दस रात में नबी ए करीम पर नाजिल हुआ था। तीसरी शबे कद्र की रात (3rd Shab e Qadr) 4 अप्रैल 2024 की रात को है। 3rd Laylatul Qadr की रात को क्या पढ़ना है हम आपको तरीका बता चुक हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चार लोग ऐसे बदकिस्मत हैं जिनकी माफी इस लैलतुल कद्र की रात में भी रब्बे कायनात नहीं करते हैं। कुरान मजीद के अनुसार अल्लाह तआला शबे कद्र में सबको माफ कर देंगे लेकिन 4 ऐसे बदनसीब लोग हैं (Shabe Qadr me 4 Log) जिनकी बख़्शिश इस मुबारक रात में भी नहीं होती, लेकिन वो बदनसीब कौन हैं? आइए जान लेते हैं। ऐसी ही और भी इस्लाम से जुड़ी जानकारी के लिए हमें पढ़ते रहे और दिल से दुआ देते रहे।

यह भी पढ़ें : 3rd Shab e Qadr Namaz : तीसरी शबे कद्र की नमाज का तरीका, मुसलमान नोट कर लें

शबे कद्र में इन 4 लोगों को नहीं मिलेगी माफी
(Shabe Qadr me 4 Log)

1. शराब पीने वाला
2. कीना (नफरत) रखने वाला
3. मां-बाप की नाफरमानी करने वाला
4. रिश्तेदारों से लड़ने वाला

इन चारों को अल्लाह तआला कभी माफ (Shabe Qadr me 4 Log) नहीं करते हैं। चाहे वो शबे बारात हो या फिर शबे कद्र की रात हो। जब तक शराबी शराब को छोड़कर सच्ची तौबा नहीं कर लेता। जब तक नफरत पालने वाला अपने दिल की नफरत को खत्म नहीं कर देता। जब तक औलाद अपने मां बाप को राजी नहीं कर लेती। जब तक आप अपने रिश्तेदारों के साथ हुस्ने सुलूक नहीं कर लेते। तब तक अल्लाह ऐसे बंदों की तरफ (Shabe Qadr me 4 Log) झांकता भी नहीं है। माफी तो दूर की बात है। अल्लाह हमें ऐसे लोगों की लाइन में जाने से महफूज फरमाएं।

यह भी पढ़ें : Ramzan me Humbistari: रोजे की हालत में बीवी के साथ ये काम मत कर लेना, वरना बर्बाद हो जाओगे!

शब-ए-क़द्र (Night of Power) क्या है?

जिस रात में अल्लाह तआला ने कुरान मजीद को लौहे महफूज से ज़मीन पर सरवर ए कायनात ताजदारे मदीना हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर नाजिल किया था उसे लैलतुल कदर यानी शबे कद्र की रात (Laylatul Qadr 2024) कहा जाता है। कुरान में लिखा है कि ये रात 1000 महीने यानी 30 हजार दिन के बराबर है। इस रात जिस बंदे ने अल्लाह की इबादत की, कुरान की तिलावत की, जिक्र किया और सलातुल तस्बीह पढ़ी तो उसको एक हजार महीने यानी तीस हजार दिन यानी करीब 83 साल चार महीने की इबादत का सवाब मिलता है। इस रात में अगले पिछले तमाम गुनाह माफ कर दिए जाते हैं। तो आप इन चारों कैटेगरी को देख ले और विचार कर ले कि क्या आप तो इन चारों में से किसी श्रेणी में नहीं आते हैं।

Morning News India

Share
Published by
Morning News India

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 सप्ताह ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 सप्ताह ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

3 सप्ताह ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

3 सप्ताह ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

3 सप्ताह ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

3 सप्ताह ago