क्यों मनाया जाता है वैशाखी का पर्व? जाने प्रधानमंत्री मोदी के विचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के पर्व वैशाखी के साथ-साथ बोहाग बिहू, पुथाऺडु, ओड़िशा नव वर्ष पर देशवासियों को बधाई दी।बिल्कुल वैसे ही है। जैसे हिंदुओं का होली और दीपावली। यह त्यौहार पारंपरिक नव वर्ष के शुभारंभ के अवसर पर मनाया जाता है। जिसे देश के विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
अलग-अलग प्रांतों में क्या है इनके नाम?
महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा, बंगाल में नवा वर्ष, केरल में पुरम विशु, उड़ीसा में नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ में भी इस पर्व को नवाखाई के रूप में जाना जाता है। जब किसान फसल कटाई के बाद नया अन्न भगवान को भोग लगाते हैं और खाते हैं।
वास्तव में यह पर्व कृषि से जुड़ा पर्व है। भारत एक कृषि प्रधान देश रहा है। ऐसे में जब-जब फसल कटाई होती है। तब-तब किसान उसकी पूजा करके उत्सव के रूप में इन त्योहारों को आदि काल से मनाते आए हैं। भाई चारे, उत्साह और उमंग से मनाए जाने वाले इन पर्वों पर अक्सर किसान नया भोजन खाते हैं। रबी की फसल की कटाई होने पर यह पर्व मनाया जाता है।
इसके साथ ही सिखों का बैसाखी का पर्व जो 14 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इस दिन का खास महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन पवित्र नदी अथवा गंगा में स्नान का बहुत महत्व है। कहते हैं कि इस दिन गंगा स्नान से अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। मान्यता यह भी है कि इस दिन सूर्य दूसरी राशि मेष में प्रवेश करता है। इसी दिन सिख गुरु गोविंद सिंह जो कि सिखों के दसवें गुरु थे ।उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। मुगलों के खिलाफ 13 अप्रैल 1699 में आनंदपुर साहिब में इसकी स्थापना हुई थी। इसी दिन सिखों ने अपना सरनेम सिंह स्वीकार किया। गुरुद्वारे में इस दिन विशेष पूजा अर्चना, पाठ, भजन, कीर्तन किए जाते हैं। यह एक बहुत विशेष अवसर है। जिसे पूरे देशवासी भाईचारे और सौहार्द से मनाते हैं। इतना ही नहीं यह सकारात्मक ऊर्जा,उम्मीद और सौहार्द का पर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट
वैशाखी के पर्व के साथ-साथ बोहाग बिहू की शुभकामनाएं प्रधानमंत्री ने प्रेषित की। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा 'इस साल बोहाग बिहू के अवसर पर मैं असम के लोगों के साथ रहूंगा ' मैं उम्मीद करता हूं। कि यह पर्व हमारे समाज में सौहार्द और भाईचारे की भावना को मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने पणा सक्रांति और पुथालु के अवसर पर समस्त भारत वासियों के स्वास्थ्य व सुखी जीवन की कामना करते हुए बधाई संदेश दिया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम हो या प्राचीन इतिहास, सिखों के महत्व को कोई नहीं भूल सकता। ऐसे में वैशाखी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी के स्वास्थ्य और सुखी जीवन की कामना की।
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