उपराष्ट्रपति धनखड़ बोले संविधान में है प्रभु श्रीराम का चित्र

भारत के उपराष्ट्रपति महामहिम श्री जगदीप धनखड़ काफी समय से लगातार सुर्खियों में है। कालांतर में विधानसभा चुनाव के वक्त पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने उनके बार बार राजस्थान आने को लेकर टिप्पणी की थी। लेकिन अब वक्त बदल चुका है, सरकार बदल चुकी है। आज विधानसभा में उपराष्ट्रपति महोदय द्वारा राजस्थान के नवनिर्वाचित विधायकों को आचरण संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। नये नवेले विधायकों को सदन के नियम कायदे और आचरण सिखाने के लिए राजस्थान विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि विधायकों को सदन की गरिमा का सदैव सम्मान करना चाहिए।

यह भी पढ़े:राजस्थान में एक महिला विधायक का डीप फेक वीडियो वायरल, देखें पूरा Video

विधायकों को क्या नसीहत दी उपराष्ट्रपति ने

विधायकों को नसीहत देते हुए धनखड़ बोले कि सदन में भाषा और व्यवहार को लेकर हमेशा गरिमामयी वातावरण होना चाहिए। आम जनता हमको देखती है, और सीखती है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है। धनखड़ ने विधायकों को अफसरों और आम जनता से कैसे डील करना चाहिए यह भी बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर में हम सबको सावधान रहने की ज़रूरत है। गौरतलब है कि हाल ही में सोशल मीडिया पर इंडिया गठबंधन द्वारा उपराष्ट्रपति धनखड़ की मिमिक्री वायरल की गई थी।

यह भी पढ़े:बीजेपी में जा सकता है कांग्रेस का यह कद्दावर जाट नेता

संविधान में मौजूद है हमारी 5000 साल पुरानी सभ्यता के चित्र

विधायकों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा है संविधान की वर्तमान प्रति जो अभी मौजूद है वह अधूरी है। संविधान की मूल प्रति में हमारी 5000 साल पुरानी भारतीय सभ्यता के चित्र विद्ममान है। संविधान की मूल प्रति में प्रभु श्रीराम, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर के चित्र बने हुए है। संविधान की यह ऑरिजिनल कॉपी सबको उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनकी जाति को हनुमानजी से ज्यादा जोड़ा जाता है।

यह भी पढ़े:BJP MLA ने भूत-पिशाचों से कर दी Congress नेताओं की तुलना, जानें क्यों

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को लेकर क्या कहा उपराष्ट्रपति ने

राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को लेकर भी उपराष्ट्रपति महोदय ने काफी अहम बातें अपने भाषण में कही। उन्होंने कहा कि अजमेर के 5 बार के विधायक देवनानी विलक्षण राजनैतिक प्रतिभा के धनी है। मर्यादा में रहते हुए राजनीतिक कटाक्ष करना कोई देवनानी से सीखे। धनखड़ ने कहा कि वासुदेव देवनानी से मेरे संबंध आज भी उतने ही प्रगाढ़ है जैसे पहले हुआ करते थे। सियासत में मतभेद होना चाहिए, मनभेद नहीं। सदआचरण ही एक व्यक्ति को महापुरुष बनाता है। धनखड़ ने कहा कि राजस्थान में सरकार बदल चुकी है। अब लगता है कि रामराज में देर नहीं है। विधायकों के इस ट्रेनिंग समारोह का समापन आज शाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के संबोधन से किया जाएगा।

    

Narendra Singh

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 सप्ताह ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 सप्ताह ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

3 सप्ताह ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

3 सप्ताह ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

3 सप्ताह ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

3 सप्ताह ago