तीन दिन में तीन शावकों की मौत, आखिर कूनो नेशनल पार्क को लगी किसकी नजर
मध्यप्रदेश का कूनो नेशनल पार्क शुरू होने के साथ ही चर्चाओं में रहा है। यहां चीतों को लाने से उनके रहने की व्यवस्थाओं पर सभी की नजरें बनी हुई थी। अब यहां से फिर बुरी खबर आई है। पिछले तीन दिनों में ही तीन शावकों की मौत हो चुकी है। कूनों में ज्वाला चीता ने कुछ दिनों पहले खुश खबरी दी थी। जब उसके चार शावक जन्में थे। अब यहां तीन शावकों के मरने से गम का माहौल बन गया है। जिनका जिम्मेदार यहां की व्यवस्थाएं बताई जा रही हैं।
2 महीनों में रह गए 24 से 18
कूनो नेशनल पार्क में दो महीने पहले चीतों की गिनती 24 थी। जिससे पार्क प्रबंधन बेहद खुश था। यहां शावकों का भी जन्म हुआ था। जो दो महीनों में ही 18 रह गई है। यह संख्या बीते महीनों में यहां 3 शावकों और 6 चीतों की मौत के कारण कम हुई है। जो पार्क के लिए अच्छी खबर नहीं है।
सिर्फ चीता लाना ही काफी नहीं
देश में चीतों के पुनर्वास के लिए पार्क में अफ्रीका से 12 और नामीबिया से 8 चीते मंगवाए गए थे। जिससे भारत में लुप्त हुई प्रजाति को फिर से देश में जिन्दा किया जा सके। वहीं बीते कुछ दिनों में लगातार इनकी गिनती में कमी आ रही है। विशेषज्ञों की मानें तो इनके कम होने का मुख्य कारण यहां पड़ रही भयंकर गर्मी है। जिसमें चीते सर्वाइव नहीं कर पा रहे हैं। यहां चीतों की देखरेख के लिए रखी गई डाॅक्टरों की टीम का कहना है कि पिछले दो दिनों में यहां पर गर्मी बहुत तेज हो गई है। जिससे चीतों को बचाने के लिए उन्हें मेडिकल सलाह के अनुसार रखा जा रहा है। फिर भी चीता शावकों में कमजोरी और डीहाइड्रेशन की परेशानी हो रही है। जिससे उन्हें बचाना मुश्किल हो रहा है।
Hindi Diwas : जयपुर। हिंदी दिवस (Hindi Diwas) के अवसर पर जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के स्कूल…
रावत पब्लिक स्कूल प्रताप नगर के विद्यार्थियों ने नंदूबा इंग्लिश एकेडमी स्कूल,सूरत में आयोजित सी…
blood donation camp : जयपुर। झोटवाड़ा स्थित 'डॉ. पांडे ईएनटी सेंटर' ने 'स्वरूप फाउंडेशन डीके…
IIT दिल्ली के पूर्व छात्रों अभिषेक शर्मा और अयुष बंसल द्वारा स्थापित, LiLLBUD 0–18 महीने…
Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…
National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…