Rajasthan Politics: राजनीति में कुछ भी संभव है। राजनीति में किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। राजनीति में राजा कब रंक बन जाता है और रंक कब राजा, यह कहना भी बड़ा मुश्किल होता है। इन्हीं सब बातों को सही साबित कर रही है राजस्थान की राजनीति से आ रही एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर। बीते दिनों दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। इसमें उन्होंने कुछ ऐसा लिखा जो बवाल बन गया।
निहारिका जोरवाल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में ड्राइवर मुकेश मीणा को विधानसभा प्रत्याशी बता दिया। यह पोस्ट भी ऐसे समय में सामने आई है, जब दौसा विधानसभा सीट पर कुछ ही समय में उपचुनाव होने है। सोशल मीडिया पर अब यह पोस्ट वायरल है, जिसके बाद कांग्रेस खेमे के उन लोगों में निराशा है, जो अपनी पार्टी से दौसा उपचुनाव के लिए टिकट लेने की भागदौड़ में शामिल है। खैर देखना दिलचस्प होगा कि इस विषय में कांग्रेस क्या फैसला लेती है।
उपचुनाव से पहले सांसद मुरारीलाल की बेटी निहारिका द्वारा की गई पोस्ट ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। ऐसे में सवाल है कि ‘क्या सांसद के ड्राइवर को दौसा विधानसभा उपचुनाव (Dausa By Polls) के लिए उम्मीदवार बताना सही है? दरअसल, इस पोस्ट पर इसलिए भी विचार किया जा रहा है क्योंकि दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा स्वयं कह चुके है कि, विधानसभा उपचुनाव के लिए उनके परिवार का कोई सदस्य टिकट के लिए दावेदारी नहीं करेगा।
भले ही सोशल मीडिया पर सांसद ड्राइवर मुकेश मीणा को विधानसभा का प्रत्याशी बताया गया है। लेकिन निहारिका जोरवाल की पोस्ट सामने आने के बाद लोग उन्हें ट्रोल करने लगे है। हालांकि बाद में निहारिका ने लिखा कि ‘लोगों की भावनाओं को देखते हुए मुकेश मीणा पर 2028 के चुनाव में विचार करेंगे।
पूर्व कांग्रेस MLA पर लगा जमीन हड़पने का आरोप, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…
National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…
Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…
Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…
Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…
PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…