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Kota Shivratri Accident : हाईटेंशन लाइन में कितना करंट दौड़ता है और कितनी खतरनाक होती है, जानिए

जयपुर। Kota Shivratri Accident की घटना ने पूरे राजस्थान को हिला कर रख दिया है। क्योंकि आज महाशिवरात्रि पर्व पर कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके में निकाली जा रही शिव बारात में करंट दौड़ने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में शिव बारात में शामिल 14 से ज्यादा बच्चे High Tension Line Current की चपेट में आने से झुलस गए जिनमें से कईयों की हालत गंभीर बताई जा रही है। गौरतलब है कि भारत किसी भी कोने से लोगों के आए दिन हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने की खबरे आती रहती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिरी हाईटेंशन इतनी खतरनाक क्यों होती है।

हाईटेंशन लाइन से इसलिए आती है चर्र-मर्र की आवाज (High Tension Line Voice)

आपको बता दें कि बिजली की हाईटेंशन लाइन (High Tension Line) में चर्र-मर्र की आवाज सबसे ज्यादा बारिश के मौसम में आती है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण बिजली की हाईटेंशन लाइन के आसपास अल्टरनेटिव करंट का मौजूद होना होता हे। यह अल्टरनेटिव करंट हाईटेंशन लाइन में ज्यादा वोल्टेज के प्रवाह के कारण उत्पन्न होता है। ऐसे में जब बरसात होती है, तो पानी और तारों के बीच एक विद्युत चुंबकीय क्षेत्र बन जाता है। इसकी वजह से हवा और तारों के बीच कंपन होता है जिस कारण चर्र-मर्र की आवाज आती है। हालांकि, यह हाईटेंशन की यह चर्र—मर्र की आवाज किसी भी तरीके से नुकसानदायक नहीं होती है।

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चर्र मर्र की आवाज से हाईटेंशन लाइन पर असर (High Tension Line Voice Effect)

बिजली की हाईटेंशन लाइन (High Tension Line) से आनी वाली चर्र मर्र की आवाज से तारों पर बुरा असर होता है। क्योंकि कंपन की वजह से हाईटेंशन लाइन के तार कमजोर होने के साथ ही इनकी लाइफ भी कम हो जाती है। क्योंकि जहां जितनी ज्यादा बारिश होती है और मौसम में नमी रहती है उतनी हाईटेंशन लाइन से चर्र-मर्र की आवाज आती है।

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खतरनाक है हाईटेंशन लाइन के पास जाना (High Tension Line Dangerous)

अत्याधिक करंट प्रवाह की वजह से हाईटेंशन लाइन (High Tension Line) के तार जमीन से 100-150 फीट की ऊंचाई पर रखे जाते हैं। क्योंकि यदि कोई भी प्राणी गलती से भी हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आ गया तो उसका बचना नामुमकिन हो जाता है। बिजली की हाईटेंशन लाइन में कम से कम 25000 वोल्ट से करंट दौड़ता है जिसके संपर्क में आने पर कोई भी प्राणी बुरी तरह से झुलस कर कोयला बन जाता है। इस वजह से हमेशा हाईटेंशन लाइन से दूरी बनाकर ही रहना चाहिए।

Anil Jangid

Anil Jangid डिजिटल कंटेट क्रिएटर के तौर पर 13 साल से अधिक समय का अनुभव रखते हैं। 10 साल से ज्यादा समय डिजिटल कंटेंट क्रिएटर के तौर राजस्थान पत्रिका, 3 साल से ज्यादा cardekho.com में दे चुके हैं। अब Morningnewsindia.com और Morningnewsindia.in के लिए डिजिटल विभाग संभाल रहे हैं।

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