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कोटा में स्टूडेंट्स सुसाइड पर Pandit Pradeep Mishra ने कही ये बात

जयपुर। कोटा में हो रहे लगातार सुसाइड को रोकने के लिए स्टूडेंट्स को मोटिवेट करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। उसके बाद भी सुसाइड की घटना थम नही रही। कोटा में जो भी हस्तियां आती हैं कोचिंग स्टूडेंटों को मोटिवेट करती हैं, उनमें उर्जा का संचार करती हैं और कहती है कि किसी भी परीक्षा में फेल होने से जिंदगी फेल नहीं हो जाती। जिंदगी में कई और मुकाम आएंगे जहां सफलता मिल जाती है। कोटा में पंडित मिश्रा ने भी कुछ इसी तरह कोचिंग स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए सफलता का मार्ग बताया। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी विद्यार्थियों से बात की।

 

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पंडित प्रदीप मिश्रा एवं केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विद्यार्थियों और शहरवासियों दोनों को समझाया. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने दशहरा मैदान में चल रही शिव महापुराण कथा के दौरान विद्यार्थियों को शिक्षा और परीक्षा में अंतर समझाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और परीक्षा अलग-अलग होती है। कोटा ध्यान, विज्ञान, ज्ञान में आगे हैं। मेरा विनम्र निवेदन हैं कि आपके माता पिता ने आपको यहां पढ़ने के लिए भेजा है। यह नहीं कहा कि लौट कर मत आना। विद्यार्थियों को चाहिए कि दिल से पढ़ें, मन लगाकर पढ़ें, अच्छे से टेस्ट दें, पास या फेल हो गए तो कोई बात नहीं, माता पिता का घर तुम्हारा इंतजार करता है।

 

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घर के दरवाजे तुम्हारे लिए सदैव खुले हैं। कोटा शिक्षा का केन्द्र है, शिक्षा नगरी है, विद्या का केन्द्र है ना जाने कुछ लोग शिक्षा के केन्द्र को, शिक्षा नगरी को क्यों बदनाम करना चाहते हैं। यहां की शिक्षा को धीरे-धीरे दबाना चाहते हैं, शहर को पीछे धकेलना चाहते हैं। कोटा सेवा का काम कर रहा है। दूसरी ओर केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने  विद्यार्थी संवाद के दौरान बिहार की छात्रा अनन्या के सवाल पर कहा कि कोटा सेवा का काम कर रहा है। कोटा का सबसे महत्वपूर्ण फायदा है कि कोटा आपको ईको सिस्टम में ढाल देता है।

 

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मंत्री गोयल ने कहा कि यहां आकर आप काफी कुछ सीखते हो और एक प्रकार से आपको आत्मविश्वास बढ़ता है। यहां करीब सवा दो लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। बच्चों का प्रभाव क्षेत्र पूरे विश्व में देखने को मिल रहा है और यह बना रहना चाहिए। इससे आपमें आत्मविश्वास आता है। आप आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।

 

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कोटा में देव शिव महापुराण कथा में विश्वविख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा कि महादेव की भक्ति करें, वही आपका भविष्य तय करेंगे। शिव देने में कमी नहीं रखते, उनकी भक्ति में भी कमी मत रखो। अपनी भक्ति को प्रबल बनाओ, शिव के प्रति अपने भरोसे और विश्वास को दृढ़ करो। उन्होंने कहा कि जो मंदिर जाने, शिव पर जल चढ़ाने को लेकर प्रश्न उठाता है। वह हमें सनातन धर्म से हटाकर अन्य धर्म में ले जाने की तैयारी कर रहा है। शिव की प्रतीक्षा करो, परीक्षा मत लो। शिव महापुराण कथा कल्प वृक्ष है, जो मांगोगे मिलेगा। भक्त को किसी दौड़ में शामिल नहीं होना चाहिए।

Suraksha Rajora

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