इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के बारे में अक्सर चर्चा होती है।
एक बार इजरायल के एटम बम का राज मौर्डेखाई वनुनु ने खोला था।
वनुनु 1976 से 1985 तक इजरायल के डिमोना परमाणु प्लांट में काम करता था।
मोसाद ने उसे हनीट्रैप में ऐसा फंसाया कि उसे भरोसा भी नहीं हुआ।
वनुनु एटम बम बनाने के लिए प्लूटोनियम बनाया करता था।
फिलिस्तीनियों से संवेदना रखने के चक्कर में 1985 में उसे जॉब से निकाला गया।
वनुनु ने चुपके से डिमोना परमाणु प्लांट की करीब 60 फोटोज क्लिक की थी।
उसने देश छोड़ दिया और ऑस्ट्रेलिया पहुंच गया, वहां जाकर ईसाई बन गया।
बाद में इजरायल की मोसाद ने वनुनु को 24 सितंबर 1986 को इश्क में फंसाया।
सिंडी उर्फ शेरिल हैनन बेनटोव नाम की जासूस ने वनुनु को पकड़वाने में मदद की।