ब्लैक होल ब्रह्मांड का एक ऐसा अजूबा है जो आज तक रहस्य बना हुआ है।

हमारे सूरज से कम से कम 3 गुणा बड़ा तारा जब मरता है तो ब्लैक होल बनता है।

वैज्ञानिकों के अनुसार जब सूरज के अंदर का ईंधन पूरी तरह खत्म हो जाता है।

तब वह अपने आप में सिकुड़ कर बहुत छोटी जगह में समा जाता है।

यह ऐसे हैं जैसे पूरे हिमालय पर्वत को एक छोटी सी चम्मच में रख देना।

ब्लैक होल में इतना अधिक गुरुत्वाकर्षण होता है कि लाइट भी नहीं निकल पाती।

धीरे-धीरे ये ब्लैक होल अपने आस-पास के तारों और ग्रहों को खाने लगते हैं।

माना जाता है कि हर आकाशगंगा में कम से कम एक विशाल ब्लैक होता है।

जो उस पूरी आकाशगंगा को संचालित करने का काम करता है।

एक अंदाजे के अनुसार इस वक्त हमारे ब्रह्माण्ड में अरबों ब्लैक होल्स हैं।

माना जाता है कि ये ब्लैक होल दूसरी दुनिया में जाने का रास्ता हो सकते हैं।