ज्येष्ठ माह में निर्जला एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण है

निर्जला एकादशी ज्येष्ठ माह में मनाई जाती है।

इस व्रत को करने से सालभर की एकादशी का पूर्ण मिलता है।

इस व्रत को करने वाले पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

24 एकादशी के व्रतों में से सबसे महत्वपूर्ण है ये व्रत।

इस व्रत को कठिन इसलिए कहा जाता है।

क्योंकि ज्येष्ठ महीने की गर्मी में इस दिन पानी नहीं पिया जाता।

कहते हैं कि ये व्रत गर्मी में किसी तपस्या से कम नहीं है।

कहते हैं कि ये व्रत गर्मी में किसी तपस्या से कम नहीं है।

इसीलिए इस एकादशी को महत्वपूर्ण माना जाता है।