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एक घोंसला बनाने के लिए कौवों ने 3 साल में 103 बार काट दी पावर सप्लाई लाईन

पक्षी जगत में कौवों को अत्यन्त बुद्धिमान प्राणी माना गया है परन्तु इनकी इसी बुद्धिमानी के कारण एक पूरा शहर अंधेरे के आतंक में जी रहा है। कोरिया इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (Kepco) के अनुसार कौवों की वजह से पिछले तीन वर्षों में 103 बार पावर कट की समस्या आ गई। इसके साथ ही ये लोगों के सिर पर चोंच मार कर भी उन्हें डरा रहे हैं।

लोगों पर कर रहे हैं हमला

कोरिया के बहुत से स्थानों पर कौवों द्वारा लोगों पर हमला किए जाने की घटनाओं में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। कई बार तो कौवें झुंड बनाकर भी हमला कर रहे हैं। डेलीस्टार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जब एक नागरिक किसी दूसरे कौवे द्वारा घायल किए गए एक व्यक्ति की मदद करने का प्रयास कर रहे थे तो उस नागरिक पर भी एक कौवे ने हमला कर दिया था। इस तरह की घटनाओं के लिए बड़ी चोंच वाले कौवें ज्यादा जिम्मेदारी माने गए हैं।

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बार-बार हमला कर बर्बाद कर रहे हैं पावर सप्लाई लाईन भी

स्थानीय मीडिया की खबरों में कहा गया है कि इनकी वजह से लोग परेशान हो रहे हैं। हाल ही दक्षिण कोरिया के एक शहर में को कौवों द्वारा हमला किए जाने के बाद इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लाईन में जोरदार ब्लास्ट हुआ और हवा में धुंआ फैल गया। इसकी वजह से करीब 500 घर और एक स्कूल में दो घंटे तक पावर सप्लाई नहीं हो सकी। सितंबर 2023 में भी पश्चिमी सियोल के गुरो जिले में लगभग 500 घरों की इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई 4 घंटों तक गायब रही।

बाज के बराबर है लंबाई

अधिकारियों ने बताया कि कौवों के बढ़ते हमलों के पीछे बड़ी चोंच वाले कौवें जिम्मेदार हैं। इनकी लंबाई एक छोटे बाज जितनी (57 सेंटीमीटर तक) हो सकती है तथा ये जंगलों में रहते हैं एवं पेड़ों के फल, कीड़े और सड़ा हुआ मांस खाते हैं परन्तु शहरों में वे कचरे में पड़ा खाद्य अवशिष्ट (बचा-खुचा खाना) खाते हैं। ये अक्सर शहरों में पावर सप्लाई लाईन के पास ही घोंसला बनाते हैं और वहीं पर खाना ढूंढते हैं। ये अपना घोंसला बनाने के लिए मेटल के तारों का भी प्रयोग करते हैं जिसके चलते पावर सप्लाई लाईन में शॉर्ट सर्किट हो जाता है और आग लगने के साथ ही पावर सप्लाई भी ठप्प पड़ जाती है।

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कौवों के बढ़ते हमले और उनके कारण होने वाले नुकसान के चलते अब सरकार ने कौवों को पकड़ने की अनुमति दे दी है। हालांकि लोगों की सुरक्षा तथा इमारतों को बचाने के लिए उन्हें मारने के लिए बंदूक तथा अन्य हथियारों के प्रयोग की अनुमति नहीं दी गई है। कौवे अत्यन्त बुद्धिमान होने के कारण उनके लिए बिछाए गए जाल से बच निकलते हैं।

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