जयपुर- राजस्थान के भरतपुर जिले ने साइबर अपराधों में पुरे देश मे नंबर वन स्थान प्राप्त किया है। भरतपुर में साइबर अपराध की बात करें तो अकेले भरतपुर जिले में 16 प्रतिशत मामले सामने आ रहे है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने साइबर अपराधों का डेटा इक्टटा कर उसकी सूची जारी की है। इस सूची में गत तीन वर्षों का डेटा एकत्र किया है। गृह मंत्रालय की इस लिस्ट में भरतपुर ने पहला स्थान प्राप्त किया है। देश दर्ज मामलों की बात करे तो राजधानी क्षेत्र में 54 प्रतिशत अपराध सामने आए है।
नूंह में 12 प्रतिशत मामले सामने आए है जबकी मथुरा में 14 प्रतिशत, गुरूग्राम तथा अलवर की बात करे तो दोनो ही जगह अपराध का आंकड़ा एक समान है। दोनो ही जहग 12 प्रतिशत अपराध का आंकड़ा दर्ज किया गया है। झारखंड के देवधर में 10 प्रतिशत इसके अलावा भी कई ऐसे राज्य है जहां साइबर अपराध का आंकड़ा बड़ा है।
मेवात भी साइबर अपराध में आगे
झारखंड के जामताड़ा के बाद राजस्थान, हरियाणा तथा यूपी के मेवात क्षेत्र साइबर अपराध के केंद्र के रूप में उभर कर सामने आया है। जामताड़ा में साइबर अपराध की बात करे तों यहा 26 प्रतिशत साइबर अपराध दर्ज किया गया है। हरियाणा के मेवात क्षेत्र की बात करे तो साइबर अपराध के मामलों में हरियाणा भी पिछे नहीं है यहा 20 प्रतिशत साइबर अपराध किए जाते है।
इस वर्ष में कई साइबर अपराध से जुड़े मामले सामने आए, लेकिन दर्ज मुकदमों की बात करे तो वह 426 भी है। जांच का जब प्रश्न आता है तो इसमें से भी 2 प्रतिशत ही मामलों पर ही जांच की जा रही है। इन साइबर अपराधों के जरिए करोड़ों रूपए की ठगी को अंजाम दिया जाता है। साइबर अपराध के लिए 1930 हेल्पलाइन पर सूचना देकर मामला दर्ज करवाया जा सकता है। यदि समय पर सूचना दी जाती है तो बड़े अपराध को रोका जा सकता है।