Delhi New CM Atishi : जयपुर। दिल्ली की नई सीएम बनीं आतिशी ने कुर्सी तो संभाल ली पर वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगी। देशभर में इसको लेकर हो हल्ला हो रहा है। कोई आतिशी को ढोंगी बता रहा है तो कह रहा है अब आत्मा दिल्ली की सरकार चलाएगी। दरअसल, ये हम नहीं कर रहे बल्कि बीजेपी नेता मनोज तिवारी कर रहे हैं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अब दिल्ली को आत्मा चलाएगी। चलिए जानते हैं विस्तार से ये माजरा क्या है…..
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भगवान राम की तरह बात के पक्के है केजरीवाल
दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने कहा-मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाल लिया है। लेकिन आज भी मेरे मन में वही व्यथा है जो राम के भाई भरत जी की थी…..जब भगवान श्रीराम अपने पिता के एक वचन को निभाने के लिए 14 वर्ष के वनवास पर चले गए थे तो भरत ने अपने छोटे भाई राम की खड़ाऊ रखकर अयोध्या का शासन संभाला था। ठीक उसी तरह मैंने जिस तरह भरत ने खड़ाऊ रखकर 14 साल तक अयोध्या का शासन संभाला ठीक उसी तरह मैं आने वाले 4 महीने के लिए मैं दिल्ली सरकार चलाएंगी। जिस तरह से भगवान श्रीराम ने अपने पिता एक वचन निभाने के लिए 14 वर्ष का वनवास काटा और उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। ठीक उसी तरह से अरविंद केजरीवाल ने भारतीय राजनीति में मर्यादा और नैतिकिता की एक मिशाल कायम की है।
भारत की तरह केजरीवाल की दिल्ली चलाऊँगी- आतिशी
पहली बात ये डेमोक्रेसी है और केजरीवाल का राजतंत्र नहीं जो तुम उसे चलाओगी।
दूसरी बात जब वो जेल में गया था तब कुर्सी से चिपका रहा जब कोर्ट ने सारी पावर छीन ली तब cm कुर्सी छोड़ी है pic.twitter.com/Wzip1MoyRN
— ocean jain (@ocjain4) September 23, 2024
दरअसल, पिछले दो साल में भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल पर किचड़ उछालने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। उन पर झूठे मुकद्दमे लगवाकर गिरफ्तार करवाया। केजरीवाल को छह महीने तक जेल में रखा। जब केजरीवाल जेल से बाहर आए तो उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। केजरीवाल ने कहा कि जब दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदारी का सर्टिफिकेट देखकर सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठाएंगी जब तक वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।
तो चलिए आपको सुनाते भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के सीएम की कुर्सी को लेकर क्या कुछ कहा……
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "…आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और अगर वो खाली कुर्सी दिखाती हैं तो इससे कई सवाल उठते हैं। इसका मतलब है कि वो खुद को मुख्यमंत्री नहीं मानती हैं। अगर वो खुद मुख्यमंत्री होते हुए किसी और को मुख्यमंत्री मानती हैं तो… pic.twitter.com/CZfvzAjFGq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2024