- Hindi News
- स्थानीय
- Folk songs tied the knot in Lahariya Festival in Murlipura, women danced fiercely
मुरलीपुरा में लहरिया महोत्सव में लोकगीतों ने बांधा समां, महिलाओं ने जमकर लगाए ठुमके
सावन की फुहारों के साथ आशा की नई किरण संस्था की ओर से मंगलवार को लहरिया थीम पर महोत्सव का आयोजन किया गया। रंग बिरंगे लहरिये के परिधानों से सजी महिलाओं ने सावन के गीतों पर जमकर नृत्य किया। राजस्थानी और बॉलीवुड के गानों ने कार्यक्रम में रंग जमा दिया। कार्यक्रम का आयोजन मुरलीपुरा स्कीम कुमावत भवन में किया गया। इस अवसर पर लहरिया महोत्सव में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया।
अजमेर में घोड़े को तिरंगे में रंगना पड़ा भारी, शख्स पर होगी इतनी बड़ी कानूनी कार्रवाई
जहां हर उम्र की महिलाओं ने भाग लिया। जहां उनके साथ बच्चों और बुजुर्गों ने भी भाग लिया। आशा की नई किरण संस्था की अध्यक्ष चंदा कुमावत ने बताया कि हर साल सावन में संस्था की ओर से लहरिया महोउत्सव का आयोजन किया जाता है। राजस्थानी संस्कृति और परंपरा वर्षों से चली आ रही है युवा पीढ़ी आज ऐसे कार्यक्रमों से दूर हो रही है।
युवाओं को ऐसे कार्यक्रम से जोड़ने के लिए लहरिया महोउत्सव का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर उर्मिला वर्मा, एडवोकेट नीमा कौशल, नीलम कुमावत, सुमन गुप्ता, सोनिया अग्रवाल, रतन कंवर, सरिता शर्मा, अनुराधा अग्रवाल, निकिता कुमावत, कान्ता शर्मा, कमलेश कुमावत सहित कई सदस्य मौजूद रहे।







