- Hindi News
- स्थानीय
- Heavy Rain Alert: MP rain impact rajasthan gandhi sagar dam gates opened
Heavy Rain Alert: MPबारिश का असर राजस्थान पर!गांधी सागर,कोटा बैराज के गेट खोले

जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। पिछले तीन दिनों से लगातार चल रही भारी बारिश के चलते राज्य के लगभग अधिकतर बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते चंबल, कालीसिंध और आहू नदियां भारी उफान पर हैं। सितंबर माह में चंबल नदी के पहले बांध गांधी सागर के पांच स्लूज गेट खोलकर 95000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गांधी सागर बांध में लगातार 4.50 लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। गांधी सागर बांध से छोड़े गए पानी को राजस्थान में चंबल नदी पर स्थित डैम राणा प्रताप सागर बांध में रोका जा रहा है। राणा प्रताप सागर बांध का लेवल 1144 फीट है। बांध को 1154 फीट तक भरा जाएगा। मध्यप्रदेश में चम्बल व अन्य सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। राणा प्रताप सागर बांध का पानी जवाहर सागर और कोटा बैराज से होकर निकाला जाएगा। इसके चलते कोटा से धौलपुर तक अलर्ट जारी कर दिया है। निचले इलाकों को सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। कोटा बैराज का एक गेट खोलकर 25 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
यह भी पढ़े: Weather Alert in Rajasthan: राजस्थान में अगले 48 घंटों में हो सकती है भारी बारिश, IMD ने दी चेतावनी
दर्जन गांवों का संपर्क कटा
इधर, मध्यप्रदेश से राजस्थान आ रही कालीसिंध और आहू नदी में भी उफान आया हुआ है। यही वजह है कि राजस्थान के झालावाड़ में स्थित कालीसिंध डैम के पांच गेट खोलकर 31 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। कालीसिंध डैम से पानी छोड़ने से झालावाड़ जिले के गागरोन गांव के यहां कालीसिंध और आहू नदियों में तेज उफान है। इस वजह से आधा दर्जन गांवों का संपर्क कटा हुआ है।
राजस्थान के कई जिले हाई अलर्ट पर
कोटा जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एडी अंसारी ने कहा कि गांधी सागर बांध से छोड़े गए पानी को राणा प्रताप सागर में रोका जा रहा है। राणा प्रताप सागर बांध की भराव क्षमता 1157 फिट है। लेकिन सुबह डैम का लेवल दर्जन गांवों का संपर्क कटा फिट था। ऐसे में करीब 1154 फीट तक पानी को भरा जाएगा। उसके बाद ही यहां से पानी की निकासी संभव हो पाएगी। कोटा बैराज का इधर एक गेट खोलकर सुबह से पानी की निकासी जारी है। गांधी सागर बांध में लगातार तेज पानी की आवक होने और वहां से स्लूज गेट खोलकर पानी की निकासी करने के बाद राजस्थान जल संसाधन विभाग हाई अलर्ट मोड पर नजर आया। चंबल नदी के बहाव क्षेत्र के जिलों में अलर्ट जारी किया गया।देश में औसतन मानसून सीजन 30 सितंबर तक रहता है। इस बार बारिश के सिर्फ 12 दिन बचे हैं। मध्य प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए बारिश पर ब्रेक लग गया है।
यह भी पढ़े: Surya Grahan kab hai : इस बार रात को लगेगा सूर्य ग्रहण, जानिए आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे प्रदेशभर में हल्की से लेकर तेज बारिश हो सकती है। डूंगरपुर, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, जालोर, बाड़मेर व पाली में तेज बरसात का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। दरअसल, दक्षिणी पूर्वी राजस्थान व पश्चिमी मध्यप्रदेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर के ऊपर से होते हुए दक्षिण पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश होकर बंगाल की खाड़ी तक है। जिसके प्रभाव से प्रदेश में मानसून सक्रिय है। इन सिस्टम के कारण मानसून अगले 2-3 दिन सक्रिय रहेगा मौसम विभाग के मुताबिक, 20-21 सितंबर को बंगाल की खाड़ी से फिर से सिस्टम एक्टिव होगा। इससे MP में 24 सितंबर तक फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है। वहीं आज के लिए मौसम विभाग ने राजस्थान और गुजरात में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, कोटा, गंगानगर, भीलवाड़ा, बाड़मेर, बांसवाड़ा सहित कई जिलों में आज तेज बारिश हो सकती है। गुजरात की ताप्ती नदी में बने बांध के 15 गेट खोल दिए गए हैं। जिसके चलते आसपास के गांवों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और नॉर्थ-ईस्ट राज्यों मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में अगले 24 घंटे बारिश की संभावना जताई गई है।







