Categories: स्थानीय

Elections 2023: टोंक में ये मुस्लिम नेता छुड़ाएगा पायलट के छक्के !

जयपुर।  विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ दिलचस्प भी होता है चुनावी शोर के बीच अलग-अलग पार्टियों से बड़े-बड़े चेहरे मुख्यमंत्री की रेस में खुद को आगे करने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट का 1993 से इतिहास रहा है कि जिस दल का विधायक इस सीट से चुना जाता है। प्रदेश में उसी दल की सरकार बनती है,शायद यही वजह है कि इस बार कांग्रेस और बीजेपी के अलावा एआईएमआईएम की निगाहें भी टोंक पर जा टीकी हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी अपनी पार्टी एआईएमआईएम के साथ कूद गए हैं। यहां पहले से ही कांग्रेस बनाम बीजेपी था और अब ओवैसी भी कहीं न कहीं राज्य में कुछ सीटें हासिल करना चाहते हैं। ओवैसी की वजह से पैदा हुई हलचल का असर सचिन पायलट पर भी पड़ने वाला है, क्योंकि टोंक में मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी है। बीजेपी पहले ही दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले का चुनाव प्रभारी बनाकर मैदान में उतार चुकी है। जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी में राजस्थान एआईएमआईएम के महासचिव काशिफ जुबेरी को टोंक से टिकट देकर चुनाव लड़ाने की चर्चा तूल पकड़ रही है।

 

यह भी पढ़े: Elections 2023: राजस्थान की राजनीति में साइलेंट किलर का खतरा!

अगर कांग्रेस सचिन पायलट को दोबारा टोंक से चुनाव लड़ाती है, तो वह एक मजबूत प्रत्याशी तो हैं, लेकिन वर्तमान जातिगत समीकरणों को देखकर उनकी राह अब 2018 की तरह आसान नहीं होगी। बीजेपी ने बेहद सोची-समझी रणनीति के तहत बिधूड़ी को राजस्थान भेजा है। रमेश बिधूड़ी गुर्जर समुदाय से आते हैं। टोंक समेत राजस्थान की करीब 40 सीटों पर गुर्जर समुदाय नतीजों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। दोनों ही पार्टियों ने बेहद सोची समझी रणनीति के तहत एक तीर से दो शिकार करने के लिए इन नेताओं को ये जिम्मेदारी सौंपी है क्योंकि 2 लाख 45 हजार मतदाओं वाली टोंक विधानसभा में सबसे ज्यादा गुर्जर और मुस्लिम वोटर्स हैं एक तरफ विपक्षी दल गुर्जर-मुस्लिम वोटरों को सियासी संदेश देना चाह रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट के किले में सेंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं । कांग्रेस भले ही अभी तक टोंक में बिधूड़ी की चुनौती को नकार रही हो, लेकिन पायलट के लिए इस बार मुश्किलें कम नहीं होने वाली हैं कुछ दिन पहले टोंक में जनता के बीच पायलट ने संकेत देते हुए कहा भी था कि इस बार सबकी नजर टोंक पर है। आपको इस बार मुझे पिछली बार से ज्यादा वोट देकर जिताना होगा।  

यह भी पढ़े: Election 2023: Hanuman Beniwal खुद गच्चा खाएंगे या BJP कांग्रेस का खेल बिगाड़ेंगे !

टोंक में जातिगत मतदाता के आंकड़ों पर नजर डाले तो। बीजेपी और एआईएमआईएम की रणनीति को ओर बेहतर तरह से समझा जा सकता है। टोंक में सबसे ज्यादा 61 से 63 हजार मुस्लिम मतदाता हैं। इसके बाद अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है,जो 45 से 46 हजार के बीच हैं। इसके बाद गुर्जर मतदाता आते हैं, जिनकी संख्या लगभग 34 से 36 हजार के बीच है। फिर माली मतदाता आते हैं, जिनकी संख्या लगभग 16 से 18 हजार के बीच है। टोंक में ब्राह्मण वोटर्स की संख्या सिर्फ 14 से 15 हजार के बीच है, जबकि जाट मतदाता 12 से 13 हजार के करीब हैं। एसटी मतदाताओं की संख्या भी यहां 12 से 13 हजार के बीच है। वैश्य-महाजन मतदाओं की बात करें तो ये लगभग 10 हजार हैं। वहीं राजपूत मतदाता सिर्फ 5 हजार हैं। अन्य जातियों के लगभग 30 हजार वोटर भी हैं।

 

यह भी पढ़े: Election 2023:गुर्जर समाज का अंतिम ऐलान,CM फेस पायलट नही तो Congress को वोट नही

 

इस बार यहां से प्रमुख चुनावी मुद्दा नगर परिषद और पंचायत समिति का भ्रष्टाचार है। वहीं अवैध बजरी खनन ओर लीज धारक का माफिया राज भी एक मुद्दा हो सकता है। इन सबके अलावा बिजली, पानी, सड़क जैसे मुद्दे तो हैं ही। आजादी के बाद से अब तक रेल का नहीं आना भी बड़ा मुद्दा है। खुद सचिन पायलट अपने 2018 के चुनाव में इन मुद्दों पर वोट हासिल कर 54 हजार वोट की एतिहासिक जीत से विधायक बने थे। पर आज हालात बदले हैं और अगर कांग्रेस उन्हें टोंक से चुनाव लड़ाती है तो वह एक मजबूत प्रत्याशी तो हैं, लेकिन वर्तमान जातिगत समीकरणों को देखकर उनकी राह अब टोंक सीट पर 2018 की तरह आसान नहीं है, क्योंकि अब न तो वह मुख्यमंत्री का चेहरा हैं, और न ही प्रदेश अध्यक्ष। ऊपर से कांग्रेस की गुटबाजी और अब भाजपा का गुर्जर कार्ड। यही नहीं, अब पायलट को न सिर्फ मुस्लिमों का, बल्कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्रो में भी विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

 

Suraksha Rajora

Recent Posts

लिवर की बीमारियों के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए पहले से सचेत रहना जरूरी

Healthy Liver Tips : जयपुर। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर…

2 सप्ताह ago

सोनिया गांधी व राहुल गांधी के खिलाफ ईडी चार्ज शीट पेश, विरोध में उतरी कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

National Herald Case : केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी व नेता प्रतिपक्ष राहुल…

2 सप्ताह ago

राहोली में हनुमान जयंती का आयोजन! बच्चों ने बजरंगी बन मोहा सबका मन

Hanuman Jayanti : राहोली पंचायत के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में हनुमान जयंती के अवसर…

3 सप्ताह ago

जयपुर में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भिड़े अधिकारियों से

Jaipur Bulldozer Action: जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से 9 अप्रैल को अतिक्रमण के खिलाफ…

3 सप्ताह ago

No Shop, No Staff, No Investment: Saumic Craft Business Model Explain

Starting a business usually means spending money on a shop, hiring staff, buying stock, and…

3 सप्ताह ago

सीएम भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान! धरातल पर लागू होगा जनजाति समाज का पेसा एक्ट

PESA Act : जयपुर। जनजातियों की रक्षा करने वाला विश्व के सबसे बड़े संगठन अखिल…

3 सप्ताह ago