Leptospirosis In Rajasthan: राजस्थान में गर्मी बढ़ने के साथ ही कई प्रकार की मौसमी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ रहा है। लेकिन अब स्वाइन फ्लू (Swine Flu) और लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) के मामले तेजी से इजाफा हो हा है जो खतरे का संकेत है। जयपुर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 15 के पार चली गई है और अन्य जिलों भी यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ 10 जिलों में लेप्टोस्पायरोसिस के 30 से ज्यादा केस मिले हैं।
नया खतरा
लगतार तेजी से बढ़ रहे आंकड़े ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते उच्चस्तरीय बैठक भी हो रही है। विभग को इस बात का पता है कि समय रहते इस पर नियंत्रण पा लिया गया तो इसका ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन अगर गलती से यह बेकाबू हुआ तो इसका खतरा पूरे प्रदेश को उठाना पड़ेगा।
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जरूरी नियम
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी स्वाइन फ्लू के जो मामले सामने आए हैं वे हल्के थे और उन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की कोई आवश्यकता नहीं है। लेकिन इसके साथ ही जरूरी सावधानी बरतते हुए संवेदनशील समूह को मास्क पहनना चाहिए और यात्रा करने से बचना चाहिए। अगर समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह चिंता का विषय बन सकता है।
चूहों के पेशाब से फैली बीमारी
विशेषज्ञों के अनुसार लेप्टोस्पायरोसिस की बीमारी बहुत ही खतरनाक मानी जाती है और बताया जाता है कि यह चूहों के मूत्र से फैलती है। अब प्रदेश के 10 जिलों में इसका प्रभाव तेजी से देखने को मिल रहा है और अब तक लेप्टोस्पायरोसिस के 30 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि अभी तक किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है जो राहत की बात है। इससे बचने के लिए साफ सफाई जरूरी है और अगर आपके स्टोर रूम में चूहे हैं तो यह खतरा आपके परिवार पर भी हो सकता है।