Rajasthan Election: राजस्थान में 'राजा हनवंत सिंह' की चर्चा अक्सर होती रही है। विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही राजा जी की चर्चा जरूर होती है। राजा हनवंत सिंह को लेकर साल 2011 में श्याम बेनगल ने एक फिल्म बनाई थी, जिसे काफी पसंद किया गया। फिल्म में करिश्मा कपूर और मनोज बाजपेयी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थी। फिल्म की कहानी 1952 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) पर केंद्रित है।
बात उस समय की है जब कांग्रेस नेता जयनारायण व्यास (Jayanarayan Vyas) राजस्थान की सत्ता संभाल रहे थे। 26 अप्रेल 1951 से लेकर 3 मार्च 1952 तक वह पद पर बने रहे। उनके नाम से राजस्थान में 'जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय' आज भी संचालित है। 1952 में केंद्र और राजस्थान के चुनाव होने थे। उसी दौरान जोधपुर के राजा हनवंत सिंह (Raja Hanwant Singh, Jodhpur) ने अपनी एक राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने का फैसला किया।
नई पार्टी बनाकर चुनाव में कूदे राजा हनवंत
राजा 'अखिल भारतीय रामराज्य परिषद' नाम की पार्टी का गठन कर चुनावी मैदान में कूद गए। राजा हनवंत सिंह ने खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे जयनारायण व्यास की सीट पर चुनौती दे डाली। राजा को कई दिग्गज नेताओं से धमकी भी मिली लेकिन वह अपने इरादे पर पक्के थे।
चुनाव में जीत से पहले ही आ गई मौत
मतदान का समय आ गया था। राजा को चुनावी मैदान में बढ़त हासिल हो रही थी। अप्रत्याशित बढ़त देख राजा हनवंत सिंह खुशी मनाने अपनी तीसरी पत्नी जुबैदा के साथ छह सीटर प्लेन में हवाई सैर के लिए निकल पड़े। एक तरफ राजा हनवंत सिंह जिंदाबाद के नारे लग रहे थे, वहीं दूसरी तरफ राजा एक दुर्घटना का शिकार हो गए। उनका प्लेन क्रैश हो गया। इस हादसे में बीवी जुबैदा के साथ राजा हनवंत सिंह की मौत हो गई। राजा महज 28 की उम्र में चल बसे।
उधर मौत के बाद राजा हनवंत के जीत की खबर आई..लोग आवाक थे..कि काश, यह खबर राजा अपने जीते जी सुन पाते..! रिपोर्ट्स के मुताबिक 2011 में उस सिक्स सीटर विमान के मलबे जोधपुर सेंट्रल जेल के पास बरामद हुए, जिसमें जोधपुर के राजा हनवंत की उड़ान के दौरान मौत हुई थी।
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