Eid par Essay : पूरी दुनिया में इस समय रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। तीस दिन के रोजे रखने के बाद मुस्लिम बंधु ईद का त्योहार मनाते हैं। इस साल भारत में ईद का त्योहार 11 अप्रैल 2024 को चांद दिखने पर मनाया जा सकता है। अक्सर स्कूली बच्चों को ईद पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। लेकिन कई बार बच्चे ईद के बारे में ज्यादा जानकारी न होने के कारण पिछड़ जाते हैं। हम आपको सरल हिंदी भाषा में ईद उल फितर पर निबंध (Eid par Essay) लिखकर बता रहे हैं। ताकि आपके इस बार परीक्षा में जब ईद पर निबंध आए तो आपको इधर उधर बगल झांकने के बजाए फुल मार्क्स आने पर यकीन हो जाए।
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ईद पर निबंध इस प्रकार लिखें (Eid par Essay)
अरबी में ईद का मतलब खुशी के दिन से होता है। ईद का त्योहार रमजान के पूरे होने पर मु्स्लिम धर्मावलंबियों द्वारा पूरी दुनिया में मनाया जाता है। हिजरी कैलेंडर का दसवा महीना शव्वाल होता है। शव्वाल की पहली तारीख को ही मीठी ईद का त्योहार मनाया जाता है। चूंकि इस दिन सभी मुस्लिम भाई अपने घरों में मीठी सिवेंइयां बनाते हैं, खीर बनाते हैं, ऐसे में इस त्योहार का नाम मीठी भी पड़ गया है। वैसे इसे ईद उल फित्र का त्योहार कहा जाता है। इसके दो महीने बाद बकराईद आती है। रमजान के तीस रोजे रखने के बाद अल्लाह की तरफ से बंदों को ईद का दिन तोहफे में मिला है। ईद की नमाज से पहले गरीबों को गेंहूं या अनाज दिया जाता है जिसे फितरा अदा करना भी कहते है। यही वजह है कि इस ईद का नाम ईदुल फितर होता है।
ईद के दिन क्या खास होता है?
ईद के पर्व को भारत में हम सब मिलकर मनाते हैं। इस दिन सुबह सुबह मुस्लिम भाई नहा धोकर नये कपड़े पहनकर इत्र लगाकर ईदगाह की तरफ प्रस्थान करते हैं। ये नमाज मस्जिद की बजाए ईदगाह में पढ़ी जाती है। ईद की नमाज में खुत्बा बाद में होता है नमाज पहले पढ़ी जाती है। ईद की नमाज के बाद सब मुसलमान एक दूसरे के गले मिलते हैं। इस दिन किसी से कोई गिला शिकवा हो तो माफी मांगकर दुश्मनी खत्म करना अनिवार्य है। वरना ईद की नमाज नहीं होती है। नमाज के बाद लोग कब्रिस्तान में जाकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं। इसके बाद एक दूसरे के घर सेवेंइयां और मिठाइयां खाने के लिए जाते हैं।
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ईद पर निबंध का सारांश
ईद उल फितर के दिन भारत में सब धर्मों के लोग आपस में गले मिलते हैं। पुरानी रंजिशों को भुलाकर इस दिन नई शुरूआत की जाती है। ईद का चांद बहुत मुश्किल से नजर आता है। ऐसे में दूरबीन की मदद लेकर ईद का चांद देखा जाता है। अरब देशों में भारत से एक दिन पहले ईद मनाई जाती है। ईद का त्योहार हमें एकता और भाईचारे की शिक्षा देता है। आप सबको दिल की गहराई से ईद उल फित्र मुबारक हो।