First Lok Sabha Chunav India: देश की आजादी के बाद पहला लोकसभा चुनाव बेहद खास रहा था। उस दौर में सभी की निगाहें प्रयागराज (तब इलाहाबाद) पर टिकी हुई थी। होती भी क्यों नहीं, तब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पंडित जवाहर लाल नेहरू इलाहाबाद से चुनावी मैदान में थे। उस समय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की निगाहें इलाहाबाद पर थी। इस चुनाव की सबसे ख़ास बात यह थी कि, तब यहां से तीन सांसद चयनित हुए थे।
1951-52 में हुए इस लोकसभा चुनाव के उस दौर में इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट (ईस्ट) कम जौनपुर डिस्ट्रिक्ट (वेस्ट) और इलाहाबाद वेस्ट नाम से दो संसदीय सीट हुआ करती थी। उस समय फूलपुर संसदीय सीट का कहीं भी अता-पता नहीं था। खुद पंडित जवाहर लाल नेहरू जिस सीट से चुनाव लड़े थे, उसमें दो सांसदों को चुना जाना था। कांग्रेस ने पंडित नेहरू संग मसुदियादीन को भी प्रत्याशी बनाया था। उस समय कांग्रेस का चुनाव चिह्न दो बैलों की जोड़ी हुआ करता था।
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नेहरू को मिले थे 68 फीसदी मत
इलाहाबाद ईस्ट सीट पर पंडित नेहरू को 68 फीसदी मत प्राप्त हुए। वहीं, दूसरे नंबर पर मसुरियादीन रहे। दोनों को ही इस सीट से सांसद चुन लिया गया। इलाहाबाद वेस्ट सीट से कांग्रेस के श्रीप्रकाश को 53 फीसदी मत मिले। जबकि दूसरे स्थान पर किसान मजदूर प्रजा पार्टी (केएमपीपी) के आरएन बसु रहे, जिन्हे 25 फीसदी वोट प्राप्त हुए। इस तरह इलाहाबाद से 3 सांसद चुने गए। सबसे ख़ास बात यह रही कि, तीनों ही सांसद कांग्रेस पार्टी के थे।