3rd Jumma Mubarak Ramadan : माहे रमज़ान का मुबारक और पवित्र महीना चल रहा है। 29 मार्च 2024 को 18वां रोजा होने के साथ ही Ramzan Ka 3rd Jumma भी है। जुम्मे का दिन वैसे ही मुसलमानों के लिए सबसे खास माना जाता है। ऊपर से रमज़ान का जुमा तो सोने पर सुहागा हो जाता है। कोई भी मुस्लिम बंधु रमजान के जुमे को नहीं छोड़ता है। सोशल मीडिया के दौर में आजकल एक दिन पहले से ही जुमा मुबारक के स्टेटस और शायरी शेयर किये जाते हैं। इन 3rd Jumma Mubarak Ramadan बधाई संदेश को आप अपने मुस्लिम मित्रों को भेज सकते हैं। हम आपके लिए Ramzan Ka Teesra Jumma मुबारक संदेश हिंदी में लाएं हैं ताकि आप अपने मुस्लिम मित्रों को रमजान के तीसरे जु्मे की शुभकामना हिंदी में भेज सकें। हमें इसी तरह अपनी दुआओं में शामिल रखें।
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रमजान का तीसरा जुमा मुबारक
(3rd Jumma Mubarak Ramadan)
1. “मोमिनों रमजान का जुमा आ गया है”
नींद से बेदार होने का वो वक्फा आ गया है,
मोमिनों रमजान का तीसरा जुमा आ गया है।
अभी भी वक्त है छोड़ दो गफलत की जिंदगी,
बेशक जुमा का दिन और रमजान आ गया है।।
“रमज़ान का तीसरा जुमा मुबारक”
2. “दर्द से मौला मुझ को रिहा अब कर दे”
क़रम मांगता हूं इलाही, करम कर दे,
ज़ख्म मेरे तू अपनी रहमत से भर दे।
दर्द दबे हैं सीने के दरमियान कहीं पर,
दर्द से मौला मुझ को रिहा अब कर दे।।
“रमज़ान का तीसरा जुमा मुबारक”
3. “मगफिरत का मौका है इसे गंवा न देना”
मगफिरत का मौका है इसे गंवा न देना,
माहे रमजान को इस कदर भुला न देना।
रब की खास रहमत बरसती है हर पल,
ऐसे कीमती वक्त को बंदे गंवा न देना।।
“रमजान का तीसरा जुमा मुबारक”
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4. “गुनाहों से दिल मेरा काला हो गया है”
गुनाहों से दिल मेरा काला हो गया है,
दिल पे मेरे ये कैसा छाला हो गया है।
या रब तू ही रहम करने वाला है बेशक,
अंधेरे में तेरे नूर का उजाला हो गया है।।
“रमज़ान का तीसरा जुमा मुबारक”
5. “रमजान का तीसरा जुमा है आज”
रमजान का तीसरा जुमा है आज,
वो बंदों को खूब नवाजता है आज।
कोई भी समझ नहीं पाया ये राज़,
के देने वाला तो है खुद बेनियाज।।
“रमज़ान का तीसरा जुमा मुबारक”
रमजान का तीसरा जुमा कब है?
रमजान का तीसरा जुमा 29 मार्च 2024 को है। इस रमजान में कुल चार जुमे होने है। अगला जुम्मा 5 अप्रैल 2024 को होगा जो कि अलविदा जुमा यानी जुमातुल विदा होगा। इसकी हदीस में खास फजीलत बयान की गई है। एक तो जुमे का दिन वैसे ही अफजल है। फिर रमजान का महीना और उसमें आखिरी जुम्मा यानी 5 तारीख को अल्लाह की रहमत की बारिश होने वाली है। जो हजरात अब तक गफलत में थे वे नींद से बेदार होकर मगफिरत की तलब करें। जहन्नम की आग से खुलासी की दुआ करते रहें। बेशक वो जात बहुत माफ करने वाली है जिसके कब्जे में मेरी और आप सबकी जान है।
शुक्रवार के दिन को छोटी ईद कहा जाता है
हफ्ते का पांचवा दिन शुक्रवार मुस्लिम बंधुओँ के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन को जुम्मा (Jumma) कहा जाता है। जुम्मे की नमाज के बाद मुस्लिम भाई एक दूसरे को मुबाकरबाद देते हैं। इस दिन मुस्लिम नहा धोकर नये कपड़े पहनकर इत्र लगाकर जुम्मे की नमाज शुक्रवार की दोपहर में अदा करते हैं। इसे छोटी ईद भी कहा जाता है। इस दिन खास खुत्बा होता है। जुमे के दिन की कुरान और हदीस में बड़ी फजीलत बयान की गई है।